सीएम रेखा गुप्ता और मेयर ने बनाई खास रणनीति, दिल्लीवालों के लिए बड़ी ‘GOOD NEWS’: ‘कूड़े के पहाड़’ से मिलेगी मुक्ति

Delhi CM Rekha Gupta On Delhi Garbage Mountains: दिल्लीवालों को लिए बड़ी ‘GOOD NEWS’ सामने आई है। दिल्लीवासियों को जल्द ही ‘कूड़े के पहाड़’ और उसके दुर्गंध यानी बदबू से मुक्ति मिलेगी। जी हां.. दिल्ली में कूड़े के पहाड़ हटाए जाएंगे। दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने ‘कूड़े के पहाड़’ को हटाने के लिए खास रणनीति बनाई है। कूड़े के पहाड़ों को वर्ष 2026 की तय समयसीमा से पहले पूरी तरह साफ करने का लक्ष्य रखा गया है। इसेक बाद खाली जमीन पर स्कूल, अस्पताल और कूड़ा प्रबंधन प्लांट बनाए जाएंगे।
दरअसल दिल्ली में लंबे समय से बड़ी समस्या बने गाजीपुर, भलस्वा और ओखला के कूड़े के पहाड़ों को हटाने को लेकर अब सरकार ने कमर कस ली है। इसी के मद्देनजर दिल्ली को ‘कूड़े के पहाड़’ से मुक्त कराने शनिवार देर शाम मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मेयर सरदार राजा इकबाल सिंह और निगम अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की। इस हाई लेवल मीटिंग में 13 प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई, जिसमें मुख्य फोकस कूड़े की बायोमाइनिंग और लैंडफिल साइटों की सफाई पर रहा।
बैठक में तय किया गया कि गाजीपुर, भलस्वा और ओखला में मौजूद कूड़े के पहाड़ों को वर्ष 2026 की तय समयसीमा से पहले पूरी तरह साफ कर लिया जाएगा। इसके लिए बायोमाइनिंग की क्षमता को जुलाई 2025 से 25,000 टन प्रतिदिन (TPD) से बढ़ाकर 30,000 TPD कर दिया गया है। इससे कचरा हटाने की रफ्तार और तेज होगी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने निर्देश दिए कि जब लैंडफिल साइट पूरी तरह साफ हो जाए, तो उस जमीन का एक-तिहाई हिस्सा स्कूल, अस्पताल और खेल परिसर जैसे जनहित कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाए। बाकी जमीन पर भविष्य की कूड़ा प्रसंस्करण सुविधाओं का निर्माण होगा, जिससे आगे चलकर कचरे की समस्या न बढ़े।
वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट को मिली मंजूरी
महापौर राजा इकबाल सिंह ने बताया कि नरेला-बवाना में 3,000 TPD क्षमता वाला वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट अब पर्यावरण मंजूरी मिल चुकी है। वहीं गाजीपुर में भी एक नया वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट लगाने की योजना पर काम शुरू हो गया है, जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अलावा केंद्र सरकार के शहरी मंत्रालय से वायबिलिटी गैप फंडिंग की भी मंजूरी मिल गई है।
गाजीपुर में नए बायोगैस प्लांट स्थापित होगा
स्थायी समिति अध्यक्ष सत्या शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ बैठक में इस पर काफी विस्तार से चर्चा हुई कि लैंडफिल साइट के खत्म होने बाद वहां पर खाली भूमि पर किन नए प्रोजक्ट को शुरू कर सकते हैं। इसे लेकर मुख्यमंत्री ने अगली बैठक में कुछ प्रस्ताव तैयार करने के लिए निगम को कहा है।
इसके तहत इस भूमि पर नए अस्पताल निर्माण,काफी संख्या में सोलर पैनल लगाने, नए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और स्टेडियम के निर्माण जैसे परियोजनाओं को शुरू करने पर जोर दिया जाएगा। इसके अलावा निगम के दो से अधिक बायोगैस प्लांट अभी चल रहे हैं। इसे और बढ़ाने के भी निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। साथ ही दिल्ली में गाजीपुर में नया बायोगैस प्लांट भी स्थापित किया जाएगा। इसे लेकर स्थायी समिति की आगामी बैठक में प्रस्ताव भी लाया जाएगा।
15 अगस्त को घोघा डेयरी में खुलेगा CBG प्लांट
घोघा डेयरी में 100 TPD क्षमता वाला एक नया CBG (कंप्रेस्ड बायोगैस) प्लांट 15 अगस्त 2025 को शुरू किया जाएगा। इससे गीले कचरे का बेहतर प्रबंधन हो सकेगा। सरकार डेयरी कचरे के लिए और भी बायोगैस प्लांट लगाने की योजना पर काम कर रही है। इस बैठक में उपमहापौर जय भगवान यादव, नेता सदन प्रवेश वाही, स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्य शर्मा, उपाध्यक्ष सुंदर सिंह, निगम आयुक्त अश्वनी कुमार, अपर आयुक्त जितेंद्र यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।
NEWS SOURCE Credit :lalluram