दार्जिलिंग में भूस्खलन ने ली 14 लोगों की जान, सभी पर्यटन स्थल बंद, कुदरत का कहर!

उत्तर बंगाल में रात भर हुई लगातार मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दार्जिलिंग जिले के मिरिक और सुखिया पोखरी जैसे इलाकों में हुए भीषण भूस्खलन (Landslides) के कारण अब तक 14 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। दार्जिलिंग जिला पुलिस द्वारा जारी बचाव अभियान के कारण यह संख्या बढ़ने की आशंका है।
सड़क संपर्क टूटा, जलभराव से हाहाकार
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बीच सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया है।
- मुख्य सड़कें अवरुद्ध: दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी के बीच मुख्य सड़क बंद है। NH10 (चित्रे, सेल्फी दारा) और NH717A (कई भूस्खलन स्थल) पर यातायात बाधित है।
- तीस्ता बाजार बंद: कलिम्पोंग से तीस्ता बाजार होते हुए दार्जिलिंग जाने वाली सड़क बाढ़ के कारण बंद है।
- वैकल्पिक मार्ग: कोरोनेशन ब्रिज के रास्ते सिक्किम और दार्जिलिंग पहाड़ियों की ओर जाने वाला संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। पुलिस ने यात्रियों से लावा-गोरुबाथान मार्ग का उपयोग करने का आग्रह किया है।
- जलभराव: जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी और कूचबिहार के कई निचले इलाकों में गंभीर जलभराव हो गया है।
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- सिक्किम में चेतावनी: IMD ने 5 अक्टूबर को सिक्किम के सभी छह जिलों के लिए पहले दो रेड अलर्ट जारी किए थे जिनमें मध्यम गरज, बिजली गिरने, भारी बारिश और 30-40 किमी प्रति घंटे की तेज़ हवाओं का अनुमान था। बाद में इसे ऑरेंज अलर्ट में अपग्रेड कर दिया गया।
- अचानक बाढ़ का खतरा: अधिकारियों ने भूटान की स्थिति के कारण उत्तर बंगाल में अचानक बाढ़ (Flash Flood) आने की चेतावनी भी दी है।
IMD का रेड और ऑरेंज अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने क्षेत्र में खराब मौसम की चेतावनी पहले ही जारी कर दी थी जो 7 अक्टूबर तक जारी रहने की संभावना है।
पर्यटन पर असर और राजनीतिक बयानबाजी
पहाड़ी इलाकों में आई इस आपदा का सीधा असर पर्यटन पर पड़ा है।
- पर्यटन स्थल बंद: गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन (GTA) ने दार्जिलिंग के टाइगर हिल और रॉक गार्डन सहित सभी पर्यटन स्थलों को बंद करने का फैसला किया है। दार्जिलिंग टॉय ट्रेन सेवाएं भी स्थगित कर दी गई हैं।
पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार को तुरंत कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कुर्सियांग के पहाड़ी इलाकों में गंभीर व्यवधान की चेतावनी दी। उन्होंने मुख्य सचिव से संचार नेटवर्क की शीघ्र बहाली करने और भोजन, पानी, दवाइयाँ और अस्थायी आश्रयों जैसी राहत सामग्री को प्राथमिकता के आधार पर वितरित करने का आग्रह किया है। अधिकारी निवासियों और यात्रियों से सावधानी बरतने और सड़क तथा मौसम की स्थिति पर लगातार नज़र रखने का आग्रह कर रहे हैं क्योंकि बचाव और राहत अभियान जारी है।
NEWS SOURCE Credit :punjabkesari