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जानिए कौन रखता है हर गाड़ी पर पैनी नजर, हजारों कैमरों की जद में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे एक बार फिर सुर्खियों में है लेकिन इस बार किसी विकास कार्य के लिए नहीं बल्कि एक अश्लील हरकत के वायरल वीडियो के कारण। इस वीडियो में बीजेपी नेता मनोहर धाकड़ अपनी महिला मित्र के साथ आपत्तिजनक अवस्था में दिख रहे हैं जिसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। मामले के सामने आने के बाद मनोहर धाकड़ ने भानपुरा थाने में आत्मसमर्पण कर दिया था हालांकि दो दिन बाद ही उन्हें जमानत मिल गई।

पुलिस अब वीडियो में दिख रही महिला मित्र की पहचान कर उसे जल्द गिरफ्तार करने की तैयारी में है। इसके अलावा पुलिस उस NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) अधिकारी की भी तलाश कर रही है, जिसने यह सीसीटीवी वीडियो लीक किया था ताकि उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके। इस घटना ने एक बार फिर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर लगे हाईटेक निगरानी सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे: कितना हाईटेक है यह मार्ग?

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे भारत के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे में से एक है जिसकी कुल लंबाई 1300 किलोमीटर से अधिक है। फिलहाल इस एक्सप्रेस-वे का केवल कुछ हिस्सा ही जनता के लिए खोला गया है जबकि बाकी हिस्सा इस साल के अंत तक पूरी तरह चालू होने की उम्मीद है। यह विशाल परियोजना देश की राजधानी दिल्ली को देश की वित्तीय राजधानी मुंबई से जोड़ेगी जिसमें दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्य शामिल हैं।

यह एक्सप्रेस-वे पूरी तरह से हाईटेक तकनीक से लैस है। इसकी 1380 किलोमीटर की पूरी लंबाई पर हर पल कड़ी निगरानी रखी जाती है। जगह-जगह आधुनिक कैमरे लगाए गए हैं जिसका अंदाजा शायद बीजेपी नेता मनोहर धाकड़ को नहीं था और वे अपनी महिला मित्र के साथ इस निगरानी में पकड़े गए।

कितने कैमरे और कैसी है निगरानी?

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर यात्री कहीं भी अपनी गाड़ी खड़ी करके आराम नहीं कर सकते क्योंकि ऐसा करने पर चालान काटा जा सकता है। इस मार्ग पर सेल्फी लेना, शराब पीना या सार्वजनिक रूप से पेशाब करना जैसी गतिविधियां भी पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं।

इस एक्सप्रेस-वे पर निगरानी के लिए ANPR (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन) कैमरे, स्पीड डिटेक्शन सिस्टम और सीसीटीवी लगाए गए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इस पूरे एक्सप्रेस-वे पर लगभग 1,500 कैमरे लगाए गए हैं। उदाहरण के लिए गुरुग्राम-नूंह खंड (जो 75 किमी लंबा है) पर हर एक किलोमीटर पर एक हाई-रेजोल्यूशन कैमरा लगाया गया है यानी इस खंड पर कुल 75 कैमरे हैं। इसके अलावा एक्सप्रेस-वे पर दोपहिया वाहन, ट्रैक्टर और अन्य छोटे वाहन प्रतिबंधित हैं। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर चौबीसों घंटे निगरानी के लिए एक ट्रैफिक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है जो सभी कैमरों से प्राप्त होने वाले फुटेज और डेटा का विश्लेषण करता है। यह घटना दर्शाती है कि आधुनिक तकनीक से लैस होने के बावजूद सार्वजनिक स्थानों पर मर्यादा का पालन करना कितना आवश्यक है।

NEWS SOURCE Credit : punjabkesari

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