दिल्ली की शान को मिली नई ऊंचाई : जानिए कहां हो रहा तैयार, 45 साल बाद बन रहा घंटाघर

राजधानी दिल्ली को नई पहचान मिलने वाली है। सोमवार को उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने मंदिर मार्ग और शंकर रोड के चौराहे पर, तालकटोरा स्टेडियम के पास, एक शानदार घंटाघर की नींव रखी। यह घंटाघर न सिर्फ समय बताएगा, बल्कि दिल्ली की शान को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। राजधानी दिल्ली को नई पहचान मिलने वाली है। सोमवार को उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने मंदिर मार्ग और शंकर रोड के चौराहे पर, तालकटोरा स्टेडियम के पास, एक शानदार घंटाघर की नींव रखी। यह घंटाघर न सिर्फ समय बताएगा, बल्कि दिल्ली की शान को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
राजधानी का नया लैंडमार्क
उपराज्यपाल सक्सेना ने इस मौके पर कहा, “यह घड़ी टावर दिल्ली का एक नया लैंडमार्क बनेगा। यह चौराहा एनडीएमसी क्षेत्र का प्रवेश द्वार है और मुझे विश्वास है कि यह टावर अपनी खूबसूरती और रणनीतिक स्थिति के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा।”
1.8 करोड़ की लागत, 6 महीने में होगा तैयार
एनडीएमसी द्वारा बनाए जा रहे इस टावर की लागत लगभग 1.8 करोड़ रुपये है और इसे पूरा होने में छह महीने का समय लगेगा। 27 फीट ऊंचा यह टावर मुगल, औपनिवेशिक और हिंदू स्थापत्य कला का अनूठा संगम होगा। इसका डिजाइन न केवल आधुनिकता को दर्शाएगा, बल्कि दिल्ली की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी उजागर करेगा।
भव्य डिजाइन और आकर्षक सजावट
यह घड़ी टावर आठ कोणों वाला होगा, जिसे रीइन्फोर्स्ड सीमेंट कंक्रीट से बनाया जाएगा। इसकी सतह पर मिट्टी की ईंटों की परत और अन्य सजावटी तत्व इसे और भी आकर्षक बनाएंगे। टावर में दो मीटर व्यास की घड़ी होगी, जो चारों दिशाओं में समय का संदेश देगी। इसके आसपास ग्रेनाइट फर्श, स्टील की रेलिंग और संगमरमर की सजावट इसे और भी शाही लुक देगी।
समारोह में शामिल हुए दिग्गज
इस ऐतिहासिक नींव समारोह में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, कैबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा, नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज और एनडीएमसी अध्यक्ष केशव चंद्रा सहित कई बड़े सरकारी अधिकारी मौजूद थे। सभी ने इस परियोजना को दिल्ली के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
NEWS SOURCE Credit :lalluram