आवाज में बदलाव और गला दर्द करने के अलावा दिखते हैं ये लक्षण, गले के कैंसर का हो सकता है खतरा

आवाज में बदलाव को अक्सर लोग मामूली समझकर टाल देते हैं। कई बार ठंड के कारण, कभी ज़्यादा बोलने या एसिडिटी की वजह से आवाज बदल जाती है। लेकिन जब आवाज का भारीपन या खराश दो हफ्तों से ज़्यादा बनी रहे, तो यह गले या वॉयस बॉक्स (लैरिंक्स) के कैंसर का संकेत हो सकता है। इसलिए इसे सामान्य बात समझकर नजरअंदाज न करें। समय पर जांच कराने से न सिर्फ आपकी आवाज ठीक हो जाएगी बल्कि आपकी जान भी बच सकती है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि लोग शुरूआती लक्षणों को नजरअंदाज करते हैं और डॉक्टर के पास तब पहुंचते हैं जब बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है। जानिए गले के कैंसर का कैसे पता करें?
डॉ. अक्षत मलिक, प्रिंसिपल कंसल्टेंट, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (हेड एंड नेक ऑन्कोलॉजी, रोबोटिक सर्जरी, मैक्स अस्पताल, साकेत) ने बताया कि लैरिंजियल कैंसर वॉयस बॉक्स से शुरू होता है और इसका गहरा संबंध तंबाकू सेवन से है। चाहे वह सिगरेट पीना हो, गुटखा खाना, तंबाकू चबाना या स्नफ का इस्तेमाल हो। अगर इसके साथ शराब का सेवन भी हो, तो खतरा और बढ़ जाता है। भारत में तंबाकू चबाने की आदत काफी आम है, जिसकी वजह से गले का कैंसर खासकर मध्यम आयु वर्ग के पुरुषों में तेजी से बढ़ रहा है।
गले के कैंसर के लक्षण
आवाज में लगातार बदलाव इस बीमारी का सबसे अहम संकेत है। इसके अलावा निगलने में कठिनाई, लगातार गले में दर्द, कान में दर्द या गर्दन में गांठ भी गंभीर चेतावनी हो सकती है। ऐसे लक्षण दिखें तो बिना देरी किए ईएनटी विशेषज्ञ से मिलें। एक साधारण एंडोस्कोपी जांच से कुछ ही मिनटों में घाव का पता लगाया जा सकता है।
गले के कैंसर से कैसे बचें?
तंबाकू छोड़ना इस कैंसर से बचाव का सबसे प्रभावी कदम है। जैसे ही आप तंबाकू छोड़ते हैं, कैंसर का जोखिम घटने लगता है और समय के साथ और कम होता जाता है। तंबाकू छोड़ने की कभी देर नहीं होती और अपने गले की देखभाल शुरू करने के लिए कोई भी समय जल्दी नहीं होता।
गले का दर्द कब हो सकता है खतरनाक
लगातार 2 सप्ताह से ज्यादा गले में दर्द और आवाज में बदलाव रहे तो जांच जरूर करें। जांच का मतलब सिर्फ तब नहीं है जब दर्द बढ़ जाए या हालत बिगड़ जाए। बल्कि तब है जब शरीर कुछ अलग संकेत दे रहा हो। बहुत से लोग सिर्फ इसलिए जान गंवा बैठते हैं क्योंकि उन्होंने इंतज़ार किया। यह सोचकर कि शायद सब अपने आप ठीक हो जाएगा। इसलिए अपने स्वास्थ्य के साथ जुआ न खेलें। अगर आपकी आवाज बदली हुई है और ठीक नहीं हो रही है, तो डॉक्टर से तुरंत जांच करवाएं। आदत को अपने स्वास्थ्य पर हावी न होने दें। तंबाकू चुपचाप आपकी सेहत को निगलता है। इसे आपकी आवाज भी न छीनने दें। समय पर जांच कराएं और जान बचाएं।
NEWS SOURCE Credit :indiatv